Osmo AI in hindi : osmo एक स्टार्ट अप कंपनी है जिसमे गूगल और लक्स द्वारा निवेश किया गया है इस कंपनी द्वारा खुशबू और गंध पता करने वाला ऐसा AI सिस्टम बनाया जो अणु की संरचना का मानचित्र बना कर उसकी गंध का पता लगा सकता है । osmo नाम की कंपनी कैंब्रिज , मैसाचुसेट्स ( USA ) में स्थित है । न्यूरोसाइंटिस्ट और बिजनेसमैन एलेक्स विल्टस्को और उनकी गूगल रिसर्च टीम ने यह पता लगाया की उसके अणु की संरचना से उसकी गंध का पता लगाया जा सकता है ।
Osmo ai tool नाम की कंपनी को 60 मिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हुआ है । इस कंपनी को बनाने का उद्देश्य ऐसा कंप्यूटर या AI सिस्टम बनाना है जिसकी मदद से गंध का पता लगाया जा सकता है । इस कंपनी ने खुशबू का पहला डिजिटल मानचित्र बनाया है । यह कंपनी पर्यावरण में स्थित सभी वस्तुओं की गंध का मानचित्र बना कर एक क्रांति लाने वाली है जिससे स्वाद और सुगंध के क्षेत्र में बहुत बढ़ा परिवर्तन आयेगा । इस स्मेल सिस्टम बनाने के लिए यह कंपनी न्यूरल नेटवर्क और जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग कर रही है ।
Osmo AI क्या है ?
कैब्रिज में स्थित कंप्यूटर द्वारा गंध का पता करने वाली कंपनी osmo एआई है । खुशबू पता करने वाले सिस्टम को बनाने के लिए मशीन लर्निंग , रसायन शास्त्र , डेटा साइंस , न्यूरल साइंस , इलेक्ट्रिकल और भौतिक विज्ञान का प्रयोग किया गया है । जब यह सिस्टम पूरी तरह तैयार हो जायेगा तो यह रोजमर्रा की चीजों की सुगंध जैसे साबुन , शैंपू , मछली , चिकन , अगरबत्ती आदि सभी की गंध बताने लगेगा ।
इसकी वजह से परफ्यूम उद्योग में बहुत बढ़ा परिवर्तन दिखेगा जिसके कारण बहुत सी कंपनियों के शेयर ऊपर नीचे होंगे । इस तकनीक में डीप लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क का बहुत बढ़ा योगदान है इसी की वजह से आज यह मुमकिन हुआ है कि कोई कंप्यूटर खुशबू को पहचानने लगा है । इसके साथ ही यह चिकित्सा और कृषि जगत में भी अहम योगदान देगा जिसकी मदद से लोग अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देंगे और कृषि में उत्पादन बढ़ाने में इसका अहम रोल रहेगा ।
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Google का Osmo कैसे काम करता है ?
सुगंध पता करने वाला सिस्टम बनाने के लिए एक न्यूरल नेटवर्क बनाया गया जो अणु की संरचना की मैपिंग कर सके और इसके साथ उसमे डीप लर्निंग , सॉफ्टवेयर ,हार्डवेयर , कोडिंग , रसायन विज्ञान आदि के डाटा को डाला गया ताकि वह इन अणु की संरचना को समझ सके और इसका एक्जैक्ट मैप बना सके जिसकी मदद से एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर किसी चीज की सुगंध का पता कर सकता है ।
जब यह सिस्टम बनाया गया था तब बहुत सारी स्मेल का डिजिटल मैप बना कर इस कंप्यूटर में दर्ज कराया गया था यह सिस्टम धीरे धीरे और भी नई नई चीजों की मैपिंग करके उनकी खुशबू का एक मानचित्र बना देगा जिसकी मदद से यह कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाला कंप्यूटर सारी वस्तुओं की गंध समझने लगेगा । इस पर कंपनी बहुत सालो से कार्य कर रही है । एलेक्स नाम के व्यक्ति इसके हेड है जो इसका पूरा कार्य भार संभाल रहे है । इसके साथ ही गूगल की रिसर्च टीम भी इसमें अपना योगदान दे रही है ।
Osmo Ai कंपनी और परफ्यूम उद्योग के बीच टकराव
आने वाले समय में इस कंपनी और खुशबू बनाने वाली कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा होने वाली है । क्योंकि जब कोई एआई खुशबू पहचानना और बनाना सीख जायेगा तो वह ऐसे अनगिनत खुशबू बना लेगा जो आज तक किसी ने नहीं खोजी उसको पता होगा कोन व्यक्ति किस खुशबू से आकर्षित होगा और मार्केट में कोन सी चीज़ ज्यादा जरूरी है । परफ्यूम बनाने वाली कंपनियों का मुकाबला अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाला है । इसको देखना काफी नया होगा क्योंकि ऐसा पहली बार होगा की कंप्यूटर मानव की तरह किसी चीज को फील कर पा रहा है यानि कंप्यूटर का एक सेंस काम करने लगेगा ।
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Osmo AI और इसका भविष्य
Osmo कंपनी अभी अपने शुरुवाती दौर में है आने वाले समय में इसमें बहुत सी खोजे होने वाली है । आगे चलकर यह तकनीकि फोन में भी आ जायेगी जिससे आपका मोबाइल फोन सब कुछ बताना शुरू कर देगा । क्यूंकि अगले 10 साल में हर व्यक्ति के पास अपना खुद का एक AI होगा जो शायद हर एक चीज में सबसे बेहतर होगा । अपने जेनेसिस , जेमिनी , synthid, Qwen जैसे एआई टूल के बारे में तो सुना होगा । सोचो अगर यह सारे टूल एक एआई प्रयोग करने लगे तो मुझे लगता है पूरी दुनिया में एक क्रांति आ जायेगी ।
Today our @ScienceMagazine paper with @ASU, @MonellSc, @UniofReading shows @Osmo #AI passes the sniff test in mapping odors to molecules with a digitized sense of smell: https://t.co/nLZyBzzTDE pic.twitter.com/k0HIPgFp4O
— Osmo (@Osmo_Labs) August 31, 2023
न्यूरल नेटवर्क और डीप लर्निंग के क्षेत्र में अभी असीम संभावनाएं बकाया है आप समय के साथ इनकी नई नई खोजें और अनुसंधान देखोगे जो मानव जीवन को भी कही न कहीं प्रभावित जरूर करेंगी । पर यहां चुनौती रोजगार और मानव खतरे को लेकर उठती है कि अगर सारे कार्य कंप्यूटर ही करने लगेगा तो मानव का क्या होगा । पर हमे एक बात समझना जरूरी है कि मानव की जॉब खत्म नहीं होंगी बस इसमें परिवर्तन आयेगा ।
जैसे पहले कोई व्यक्ति खुशबू उद्योग में काम करता था तो वह फूल का रस निकालता होगा पर आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस आने के बाद उसे कंप्यूटर को नई नई खुशबू के बारे में सिखाना पड़ेगा यानि देखा जाए तो नौकरी शिफ्ट हुई है न कि खत्म ।
निष्कर्ष ( conclusion )
गूगल द्वारा आने वाले समय में एक ऐसा कंप्यूटर बनाया जाएगा जिसकी मदद से आप एक ही प्लेटफार्म पर लेखन , पत्रकारिता , चित्रकारी , कलात्मक अनुसंधान और अंतरिक्ष से जुड़े रिसर्च , खगोलीय विज्ञान , रसायन क्षेत्र , कृषि , पर्यावरण आदि सभी के क्षेत्र में नई-नई खोजें और थीसिस कंप्लीट कर सकते हैं । इसके साथ ही दैनिक क्रियाकलापों में भी इनका प्रयोग कर सकते हैं इस सिस्टम की मदद से मानव के जीवन के कठिन कार्य भी आसानी से हो जाया करेंगे जिससे समय की बचत और पैसे में भी बचत होगी ।
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FAQ:-
प्रश्न: osmo AI कहां स्थित है ?
उत्तर: ओस्मो एआई कैंब्रिज , मैसाचुसेट्स शहर में स्थित है। जो की यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में है ।
प्रश्न: ओसमो एआई स्टार्ट अप कंपनी क्या बनाती है ?
उत्तर: यह कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कार्य करती है इस कंपनी का उद्देश्य ऐसा कंप्यूटर बनाना है हो गंध को समझ सके । इसके लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डीप लर्निंग , न्यूरल नेटवर्क आदि की मदद ली जा रही है ।